
रिपोर्टर- सुनील सोनकर
मसूरी में उत्तराखंड सरकार के सहयोग एवं भाजपा मसूरी की पहल पर मसूरी उप जिला चिकित्सालय में एक बहुद्देशीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें मसूरी व आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों लोगों ने निशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।
शिविर का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी एवं पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने शिविर में योगदान देने वाले डॉक्टरों को शॉल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
मंत्री जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस से गांधी जयंती तक ष्सेवा पखवाड़ाष् के तहत यह शिविर आयोजित किया गया है। शिविर में विकलांग प्रमाण पत्र भी बनाए गए, हालांकि कुछ विकलांग व्यक्तियों के प्रमाण पत्र मौके पर नहीं बन पाए, जिन्हें लेकर मंत्री ने ब्डै को निर्देश दिए कि उन्हें देहरादून भेजकर प्रमाण पत्र जारी कराए जाएं। उन्होने कहा कि शिविर में आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए, जिससे लाभार्थियों को ₹5 लाख तक का निशुल्क इलाज मिल सकेगा। साथ ही, लोगों को मुफ्त दवाइयों का वितरण भी किया गया। गणेश जोशी ने बताया कि मसूरी के एकमात्र उप जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को दूर कर दिया गया है, और जल्द ही चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती भी की जाएगी।
उन्होने कहा कि हाल ही में आई आपदा में हुए नुकसान को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सभी सड़क मार्गों को शीघ्र बहाल करने का कार्य किया जा रहा है। साथ ही, आपदा पीड़ित परिवारों को मिलने वाला मुआवजा ₹1.25 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दिया गया है।
पेपर लीक मामले पर बोलते हुए मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पर सख्त कानून बनाया है, जिसके तहत 100 से अधिक आरोपियों को जेल भेजा गया है। साथ ही, प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग पर सीबीआई जांच की सिफारिश भी की गई है। उन्होंने विपक्ष पर छात्रों के मुद्दे पर केवल राजनीति करने का आरोप लगाया। अंत में मंत्री जोशी ने कहा कि सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं और युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।
उप जिला चिकित्सालय के सीएमएस डा.खजान सिंह चौहान ने बताया कि मसूरी में भाजपा मंडल और स्थानीय लोगों के सहयोग से बहुउद्देशीय शिविर सफल हुआ है शिविर में 500 से अधिक लोगों ने लाभ उठाया जितने नि शुल्क परीक्षण, जाचे और अन्य सुविधाएं दी गई। उन्होने कहा कि गई मरीजों को अस्पताल भी बुलाया गया है जिससे शिविर के दौरान बताई गई समस्या का विस्तृत रूप से जांच कर इलाज किया जा सके। उन्होने कहा िकइस तरह के षिविर हर दो तीन महीने में आयोजित होते रहने चाहिए जिससे लोगों को एक ही छत के नीचे सभी स्वास्थ्य सुविधा मिल सके।