रिपोर्ट: सुनील सोनकर✍️ NIU पहाड़ों की रानी मसूरी में विभिन्न प्रकार की परेशानियों का समाधान ना होने के चलते नाराज हुआ आमजन मानस और कर दिया उत्तराखंड संघर्ष समिति का गठन, जोकि एक गैर राजनीतिक संगठन है।
जिससे के माध्यम से मसूरी की विभिन्न समस्याओं को संबधित विभागों के माध्यम से हल करवाने का प्रयास किया जाएगा। मसूरी में प्रेस वार्ता करते हुए उत्तराखंड संघर्ष समिति से जुड़े लोगों ने कहा कि मसूरी में विभिन्न प्रकार की समस्याएं है परंतु राजनीतिक दलों के लोग इन समस्याओं के निदान के लिये कोई ठोस कदम नही उठा रहे है व वहीं कई कथित एसोसिएशन भी बनी हुई है परंतु सभी कहीं न कहीं सत्ता धारी दल की पिछलग्गू बनी हुईं हैं।
सत्ताधारी दल भाजपा के कार्यकर्ता भी इस दिशा में काम नही कर रहे है जबकि क्षेत्रीय विधायक भाजपा के है ओर सरकार में कैबिनेट मंत्री भी है उसके बाद भी मसूरी की कई सड़़कों का हाल बेहाल है,
144 करोड रू की मसूरी यमुना पंपीग योजना के तहत मसरी में पेयजल सप्लाई किया जा रहा है परन्तु गढवाल जल संस्थान में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण उपभोक्तओं को सही समय और प्रयाप्त मात्रा में पेयजल तक नही मिल पा रहा है। जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने कहा कि मसूरी में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त् है जिनके द्वारा धनाढ्य लोगों से मिली भगत कर बड़े स्तर पर अवैध निर्माण कराए जा रहे हैं वहीं आम नागरिक अपना एक कमरा तक नही बनवा पा रहे है ।
उन्होंने कहा कि मसूरी में एक मात्र उप जिला चिकित्सालय है जहां पर डॉक्टरों और स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा है लोग परेशान है ।
साथ ही कहा कि मसूरी उत्तराखंड संघर्ष समिति गैर राजनीतिक संगठन है जो मसूरी की जनहित के मुद्दों को लेकर संघर्ष करेगा जिससे मसूरी की जनता को लाभ मिल सके। इस मौके पर उत्तराखंड संघर्ष समिति मसूरी राजेंद्र सेमवाल को मसूरी का अध्यक्ष बनाया गया है ।