
“मम्मी-पापा मैं हार गई” — सुसाइड नोट में लिखे आखिरी शब्द
मोटापे का बना मज़ाक, सह नहीं पाई तिरस्कार
90 किलो वजन, 5 फुट कद — बनी उपहास का कारण
परिजन बोले: स्कूल तक में उड़ाया गया मज़ाक
मयंक मिश्रा NIU ✍️ हमीरपुर। हमीरपुर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां मोटापे से जूझ रही एक युवती ने लोगों के तानों और तिरस्कार से तंग आकर खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने एक इमोशनल सुसाइड नोट छोड़ा जिसमें लिखा— “मम्मी-पापा, मैं हार गई…”
हमीरपुर जिले के मौदहा कस्बे में रहने वाली साल्वी गुप्ता लंबे समय से मोटापे की समस्या से जूझ रही थी। 28 साल की साल्वी का वजन लगभग 90 किलो था, और लंबाई सिर्फ 5 फीट। इससे वह न सिर्फ चलने-फिरने में असहज महसूस करती थी, बल्कि समाज के तानों का भी शिकार हो रही थी।
बीती रात साल्वी ने खुद को छत पर जाकर आग के हवाले कर दिया। सुबह जब परिवार वालों ने देखा तो उनकी चीखें गूंज उठीं।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। युवती के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें लिखा है कि वह लगातार कोशिश कर रही थी, लेकिन हार चुकी है।
मौदहा सीओ विनीता पहल के अनुसार, मृतका के पिता द्वारा थाने में दी गई सूचना के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
साल्वी के पिता सुनील गुप्ता बताते हैं कि उनकी बेटी काफी समय से मोटापे को लेकर मानसिक तनाव में थी। उसे समाज और स्कूल में मज़ाक का सामना करना पड़ता था। उन्होंने उसे एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाना भी शुरू कराया था, ताकि उसका मन बंटे — लेकिन वहां भी बच्चे उसके वजन का मजाक उड़ाते थे।
लंबे समय से खुद को साबित करने की कोशिश में लगी साल्वी आखिरकार टूट गई… और अपनी जान दे दी।
“घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची !