
योगी राज्य में पत्रकार नहीं हैं सुरक्षित,
15 नवंबर 2019 को पुलिस विभाग की तरफ से जारी आदेश का भी नहीं किया जा रहा पालन,
पत्रकार का अपहरण कर प्रधान के गुर्गे ले गए थे गौशाला के अंदर,
दबंग प्रधान कपिल वर्मा ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर पत्रकार के साथ लाठी डंडों और बेल्टों से मारपीटकर किया लहूलुहान,
बेल्टो व डंडों से पीड़ित को गौशाला में बांधकर प्रधान व उसके गुर्गों ने की बेरहमी से पिटाई,
ग्राम प्रधान के द्वारा पीड़ित के गुप्तांग में बोतल डालने का भी किया गया प्रयास,
गौशाला में गड्ढा खुदवाकर पीड़ित को दफनाने की बनाई गई थी योजना,
जांच टीम के पहुंचने के डर से बची पीड़ित की जान,
गंभीर हालत में पीड़ित पत्रकार को जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती,
पत्रकार रविन्द्र भारतवंशी ने प्रधान के घोटाले के दस्तावेज जिलाधिकारी को देकर कराई थी जांच,
जांच टीम ने पीड़ित पत्रकार को मौके पर पहुंचकर जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था,
जांच टीम के पहुंचने से पहले पीड़ित पत्रकार गांव पहुंचते ही घात लगाए बैठे प्रधान ने अपने गुर्गों के साथ उठा ले गए थे गौशाला,
जांच टीम के पहुंचते ही प्रधान ने पत्रकार पर ही लगाए बेबुनियाद आरोप,
जिलाधिकारी के आदेश पर प्रधान पर हो रही जांच से बौखलाया था ग्राम प्रधान उमरी के कपिल वर्मा,
पत्रकार पर जानलेवा हमला, पंचायत भवन से अपहरण कर की गई बर्बर पिटाई,
जिंदा दफनाने का किया गया प्रयास, बेल्टों से की गई घंटों पिटाई,
ग्राम प्रधान सहित चार के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा, जांच में जुटी पुलिस
बिंवार थाना क्षेत्र के उमरी ग्राम पंचायत का पूरा मामला।
उत्तर प्रदेश में पत्रकारों के साथ लगातार हिंसा, धमकी और उत्पीड़न जैसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कही पत्रकारों के साथ आपराधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। तो कही चौथे स्तंभ का गला घोटा जा रहा है। तो कही पत्रकार के साथ बेइज्जती तो कही पत्रकार के साथ अन्याय, तो कई बार पत्रकार के साथ हुई अमानवीय रुला देने वाली घटनाएं सामने आई हैं। जहां भ्रष्टाचार को उजागर करना पत्रकार को बड़ा महंगा पड़ जाता हैं।
V/O ऐसा ही कुछ दिन पहले नगर पंचायत सरीला में एक पत्रकार के साथ हुई बर्बरता का मामला सामने आया था। इसी तरह से सबके होश उड़ा देने वाला दूसरा मामला थाना बिंवार क्षेत्र के उमरी ग्राम पंचायत से सामने आया है। जहां पत्रकार के द्वारा ग्राम प्रधान और विभाग के जिम्मेदारों की मिलीभगत से विकास कार्यों के नाम पर किए गए भ्रष्टाचार का उजागर करने और जिलाधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार की जांच टीम गठित करने से बौखलाए विकासखण्ड मुस्करा के ग्राम पंचायत उमरी ग्राम प्रधान और उसके परिजनों ने पत्रकार के साथ अमानवीय यातनाएं दी गई। आरोप है कि गांव के पंचायत भवन से पीड़ित पत्रकार का अपहरण कर गोशाला लेजाकर घंटों लगातार अर्धनग्न पिटाई करके जिंदा दफनाने की योजना भी बना डाली थी। बताया कि जांच टीम मौके पर पहुंचने पर पत्रकार की जान बच सकी। पीड़ित पत्रकार की तहरीर पर थाना बिवार में ग्राम प्रधान उसके दो भाई और एक अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
BYTE विनीता पहल, सीओ मौदहा।
पत्रकार रवींद्र कुमार भारतवंशी, संस्था लक्ष्य बुंदेलखंड जन सेवा समिति के माध्यम से सरकारी योजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच प्रशासन से कराते हैं, मामले में जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच टीम के नोडल अधिकारी हिमालू अग्रवाल द्वारा सूचना दी गई थी कि मंगलवार दोपहर ग्राम पंचायत उमरी में मनरेगा की जांच की जाएगी।
Byte रविन्द्र भारतवंशी, पीड़ित पत्रकार।
पीड़ित पत्रकार ने बताया कि 19 फरवरी को लगभग 3 बजकर 50 मिनट पर ग्राम पंचायत उमरी पहुंचा और अधिकारियों से संपर्क किया गया। जांच टीम के अधिकारी ने पंचायत भवन पर मिलने के लिए कहा और 04:30 बजे जब वह पंचायत भवन पहुंचा। आरोप है कि घात लगाए बैठे ग्राम प्रधान अपने दोनों भाइयों सहित 18-20 अज्ञात लोगों के साथ पंचायत भवन पहुंचे। आरोप है कि प्रधान के भाई ने पीछे से उनकी आंखें बंद कर दीं। जिसके बाद भीड़ ने उन्हें लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। और उसे जबरन एक चार पहिया वाहन में डालकर अपहरण कर गौशाला ले जाया गया। जहां प्रधान के गुर्गों ने लाठी डंडों और बेल्टों से बेरहमी से पिटाई करना शुरू कर दिया। आंखों में पट्टी बांधकर घसीटते हुए भूसा घर में ले जाया गया, जहां उसे निर्वस्त्र कर लगभग 2 घंटे तक अमानवीय यातनाएं दी गईं। आरोपियों ने मल जबरदस्ती मुंह में डालने, गुप्तांग में पीछे से बोतल डालने जैसी घिनौनी हरकतें भी कीं गई। इतना ही नहीं आरोपियों ने जेसीबी से गड्ढा खोदकर जिंदा दफनाने का प्रयास भी किया गया। साथ ही आरोपियों ने पीड़ित पत्रकार के बैग में गांजा, चरस और अन्य नशीले पदार्थ रखकर वीडियो बनाया और उन्हें झूठे केस में फंसाने की साजिश रची गई। इसके बाद उनकी आंखों पर पट्टी बांधकर कपड़े बदलवाए गए, उसका मोबाइल लेबटॉप तोड़ दिया गया। जिससे सारा डाटा डिलीट कर दिया गया और एक ऑटो से थाना बिंवार ले जाया गया। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने प्रधान, उसके दोनों भाइयो और एक अज्ञात कुल चार आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 की धाराए 191(2), 191(3), 115(2), 352, 351(3), 140(3), 133 और 3(ए) ऑकरेंस ऑफ ऑफेंस (अपराध की घटना) के तहत मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है। लगातार जनपद में पत्रकारो के साथ हो रही दिल दहला देने वाली अमानवीय घटनाओं से पत्रकार संगठनों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह से जिले में हो रही पत्रकारों के साथ घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जायेगी। यदि इस पर कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती हैं तो पत्रकार संगठन जिला प्रशासन के विरुद्ध मोर्चा खोलने पर मजबूर हो जाएंगे।