
मसूरी। मसूरी पुलिस द्वारा मसूरी के गांधी चौक पर मसूरी के स्थानीय लोगों और देष विदेष से मसूरी में आ रहे पर्यटकों को नशे के विरुद्ध जागरूक किया। मसूरी कोतवाल संतोष कंवर ने बताया कि पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के दिशा-निर्देशानुसार वर्तमान मे सम्पूर्ण उत्तराखंड मे समाज मे बढ रही नशे की प्रवृत्ति की रोकथाम व आम जनता को जागरूक करने के लिए नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। जिसको लेकर मसूरी में मसूरी पुलिस द्वारा विभिन्न चौक में जाकर पुलिस द्वारा नशे को जागरूक किया जा रहा है। उन्होने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन 2025 की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य राज्य को 2025 तक नशा मुक्त बनाना है। इस अभियान में राज्य पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। पुलिस विभाग नशे के तस्करों, नशे की लत से पीड़ित व्यक्तियों और इस सामाजिक समस्या से निपटने के लिए विभिन्न प्रयासों को लागू कर रहा है। पुलिस ने उत्तराखंड में नशे की तस्करी और अवैध पदार्थों की बिक्री को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।
पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी अभियान चलाया है,जहां नशे की तस्करी हो रही थी। पुलिस ने उन क्षेत्रों में विशेष राउंड-अप अभियान चलाए हैं, जहां नशे का सेवन अधिक होता है, जैसे कि सार्वजनिक स्थल, युवा मंडल, आदि। पुलिस विभाग न केवल नशे के मामलों को रोकने पुलिस अधिकारियों द्वारा स्कूलों और कॉलेजों में विशेष अभियान चलाए गए हैं, जिसमें नशे के खतरों के बारे में छात्रों को जानकारी दी जाती है। पुलिस ने स्थानीय समुदायों में भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं, ताकि नशे के दुष्प्रभावों के बारे में लोग अधिक से अधिक जान सकें। पुलिस ने नशे के मामलों से निपटने के लिए विशेष दलों का गठन किया है, जो इस समस्या से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इन दलों की मुख्य जिम्मेदारी नशे के मामलों की जांच और तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने की है। उत्तराखंड सरकार और पुलिस द्वारा नशे से पीड़ित व्यक्तियों के लिए पुनर्वास और इलाज की सुविधाओं को बढ़ाया गया है।राज्य के विभिन्न स्थानों पर नशे की लत से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज के लिए नशामुक्ति केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों में मानसिक और शारीरिक उपचार की सुविधाएं दी जा रही है।