
देहरादून। भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में एक वर्ष के कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त 36 सहायक सेनानी जिनमें 04 महिला चिकित्सा अधिकारी भी है जो आज बल की मुख्यधारा में शामिल हुए। प्रशिक्षण के दौरान इन अधिकारियों को विभिन्न ऑपरेशन एवं प्रशासन से संबंधित विषयों जैसे युद्ध कौशल शस्त्र संचालन, शारीरिक प्रशिक्षण, आसूचना, फील्ड इंजीनियरिंग, मानचित्र अध्ययन, कानून व मानवाधिकार से संबंधी विषयों का गहन प्रशिक्षण दिया गया है। पास आउट होने वाले इन अधिकारियों में हरियाणा से 07, उत्तर प्रदेश से 06, केरल से 04, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश व दिल्ली से 03-03, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु व मणिपुर से 02-02, महाराष्ट्र, बिहार, कर्नाटक व लद्दाख से 01-01 प्रशिक्षणार्थी शामिल है।
प्रशिक्षण के उपरान्त आयोजित भव्य दीक्षान्त एवं शपथ ग्रहण समारोह में इन युवा अधिकारियों ने संविधान एवं बल के प्रति निष्ठा एवं समर्पण की शपथ ली। इस शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि, बल के वरिष्ठ अधिकारियों व इनके परिजनों ने इन युवा अधिकारियों के कंधों पर सितारे सजा कर उनका उत्साहवर्धन किया एवं उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले निम्नलिखित प्रशिक्षणार्थियों को विशेष बधाई देते हुए उन्हें सोर्ड ऑफ ऑनर व विजेता ट्रॉफियों से सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि संजय कुमार चौधरी, अपर महानिदेशक, वेस्टर्न कमांड, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल ने अपने संबोधन में पास आउट होने वाले सभी अधिकारियों को बल की मुख्यधारा में शामिल होने पर बधाई देते हुए इस बल में उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि बल को लगातार मजबूत किया जा रहा है व बल सभी परिस्थितियों से निपटने को लेकर तैयार है उन्होने कहा इसके अतिरिक्त डिजिटल इनोवेशन के क्षेत्र में आई०गोट० (पळव्ज्) प्लेटफॉर्म पर कर्मयोगी कोर्स, साइबर जागरूकता के क्षेत्र में सचेत एप्लीकेशन एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रकृति परीक्षण जैसे अभियानों का संचालन किया जा रहा है। महानिदेशक ने इन अभियानों को सफल बनाने के लिए नैतिक मूल्यों, जीवन सिद्धान्तों, क्पहपजंस प्ददवअंजपवद तकनीक समावेशन, पारदर्शिता, महिला सशक्तिकरण और लोकतान्त्रिक मूल्यों को ध्यान में रखकर अपना सहयोग प्रदान करने के बारे में बताया है।ै। उन्होने कहा कि चिकित्सा अधिकारियों का मुख्य कार्य अपने सहकर्मियों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के साथ-साथ, सीमावर्ती और दुर्गम क्षेत्रों में स्थानीय नागरिकों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है।
नवनियुक्त अधिकारियों ने कहा कि एक साल के कठिन प्रशिक्षण के बाद वह देश की सेवा के लिये तैयार है उन्होंने कहा कि उनके माता पिता की प्रेरणा और देशभक्ति के जुनून के कारण आज वह भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल में शामिल हो गए है उन्होंने कहा कि आज का दिन उनके जीवन का सबसे यादगार दिन है।
नवनियुक्त अधिकारियों के अभिभावक ने कहा कि उनका बच्चा का देष की सेवा के लिये तैयार है उनको बडा गर्व है कि उन्होंने अपने बच्चो को देश की सेवा के लिये समर्पित कर दिया है।