
प्रार्थिनी ने पुलिस व पड़ोसियों पर अभद्रता और मारपीट का लगाया आरोप
देहरादून। राजधानी देहरादून के रेसकोर्स क्षेत्र में बिजली के पोल से केबल डालने को लेकर हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने सख्ती दिखाते हुए गंभीर जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, एक परिवार के घर में बिजली की समस्या आने पर विद्युत कर्मियों को बुलाया गया था। इसी दौरान पड़ोसियों के साथ विवाद हो गया। शिकायतकर्ता ने महिला आयोग में दर्ज शिकायत में आरोप लगाया कि दोपहर करीब 1:30 बजे पुलिस कर्मियों और पड़ोसी उनके घर के पास बिजली के तार डालने लगे। आपत्ति जताने पर प्रार्थिनी और उनकी बेटी से अभद्र व्यवहार किया गया और धमकियां दी गईं।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि शाम करीब 4 बजे पुलिस वाहन और अन्य गाड़ियों से 8-10 लोग मौके पर पहुंचे। आरोप है कि इस दौरान प्रार्थिनी और उनकी बेटी के साथ मारपीट की गई, फोन छीन लिए गए और उन्हें घसीटकर नीचे लाया गया। शिकायत के मुताबिक, महिला पुलिस भी मौके पर पहुंची और प्रार्थिनी को जबरन गाड़ी में बैठा लिया, जबकि बेटी को पीटकर घायल कर दिया गया।
मामले की जानकारी मिलते ही राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी और वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत निंदनीय घटना है और मामले की गंभीर व निष्पक्ष जांच की जाएगी। आयोग ने दोनों पक्षों को सोमवार को तलब किया है।
कुसुम कंडवाल ने स्पष्ट किया कि दोषी कोई भी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कानून समाज की सुरक्षा के लिए है और उसका दुरुपयोग किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।