
दीप मैठाणी NIU ✍️ देहरादून, यमकेश्वर की पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ अपने देहरादून स्थित फ्लैट में बैठीं धरने पर, गौरतलाप है की आरती गौड़ प्रदेश के शिक्षा सचिव रविनाथ रमन के खिलाफ अनशन कर रहीं है इसकी सूचना उन्होंने बाकायदा फेसबुक पोस्ट जारी करके विगत दिवस दी थी जिसके चलते पुलिस प्रशासन अब उनके घर पहुंच गया और उन्हें समझाने बुझाने का प्रयास कर रहा है लेकिन आरती गौड़ अपनी जिद्द पर अड़ी हुईं है, वो अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखतीं हैं कि 👇
मैं सरकार और शासन प्रशासन का बहुत सम्मान करती हूँ लेकिन सचिव शिक्षा रवि नाथ रमन जी की मनमानी से परेशान हूँ, लगातार शासन प्रशासन के अधिकारी भी बेवजह परेशान हो रहें हैँ वजह है रविनाथ रमन जी!
सचिव शिक्षा रवि नाथ रमन जी आपकी मनमानी मेरी जान को जोखिम में डाल रही है और शासन प्रशासन को परेशानी में!!
आप बेवजह जिस खंड शिक्षा अधिकारी का लगभग 4 सालों का वेतन रोक कर बैठे हैँ उसका भुगतान करिये, नही तो मेरा तो जीवन एक बार एक खत्म होगा लेकिन आपको तब तक हर रोज मरना पड़ेगा जब तक आप जीवित रहेंगे !!
मुझे आपकी मनमानी से बहुत परेशानी हैँ आप ठीक से अपने दायित्व का निर्वाहन नही कर रहें हैँ और मैं भी जिद्दी बहुत हूँ मर जाउंगी लेकिन हिलूंगी नही यहाँ से !!
मेरे स्वास्थ्य की क्षति की सम्पूर्ण जिम्मेदारी आपकी है, आप खंड शिक्षा अधिकारी के रोके गए लगभग 4 सालों के वेतन का भुगतान करिये, नही तो आपके इस अन्याय के खिलाफ मुझे अपने प्राण त्यागने के लिए बाध्य होना पड़ेगा !!
ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा की आरती गौड़ कब अपने अनशन को समाप्त करेंगी और क्या शासन प्रशासन उन्हें समझाने बुझाने में सफल हो पाएगा? वहीं सवाल यह भी है कि शिक्षा सचिव रविनाथ रमन पर जो आरोप लग रहे हैं वह कितने सही हैं? क्या सच में रविनाथ रमन एक खंड शिक्षा अधिकारी का चार सालों से वेतन रोक कर बैठे हैं?
