
स्वस्थ और तंदुरुस्त जीवन के लिए सही खानपान का होना बेहद जरूरी है। अक्सर हम विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स की बात करते हैं, लेकिन शरीर के सही विकास और कार्य के लिए आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों पर ध्यान कम दिया जाता है। इनमें मैग्नीशियम एक अहम खनिज है, जो हमारी सेहत को कई तरीकों से प्रभावित करता है।
मैग्नीशियम का महत्व
अध्ययनों से पता चलता है कि मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत रखने, मांसपेशियों के सही कार्य, नसों के सिग्नल, ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और हार्टबीट को सामान्य बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी कमी होने पर थकान, मांसपेशियों में ऐंठन, अनिद्रा, उच्च रक्तचाप और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
विशेषज्ञों की राय
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पी.बी. मिश्रा का कहना है कि मैग्नीशियम शरीर के लिए अत्यंत जरूरी है। इसकी कमी से मांसपेशियों में ऐंठन, हृदय की अनियमित धड़कन, थकान, अवसाद, चिंता और नींद की समस्याएं हो सकती हैं। गंभीर मामलों में दौरे भी पड़ सकते हैं।
कैसे करें आहार में सुधार
डॉ. मिश्रा के अनुसार मैग्नीशियम की कमी दूर करने के लिए आहार में फलियां, हरी सब्जियां, बादाम, चिया और कद्दू के बीज, ब्राउन राइस, केला और एवोकाडो शामिल किए जा सकते हैं। आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सक से परामर्श लेना भी जरूरी है।
मैग्नीशियम कैल्शियम और पोटैशियम के स्तर को प्रभावित करता है। यह हड्डियों में जमा होकर हड्डियों को मजबूत बनाए रखता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाव करता है। इसके अलावा यह मस्तिष्क के कार्यों, ऊर्जा उत्पादन और तनाव नियंत्रण में भी अहम भूमिका निभाता है।
थकान और नींद की समस्या का कारण
मैग्नीशियम की कमी से शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती, जिससे थकान, सुस्ती और कमजोरी महसूस होती है। यह शरीर का नेचुरल रिलैक्सर भी है, जो नींद और मानसिक शांति बनाए रखने में मदद करता है। कमी होने पर अनिद्रा, बेचैनी और तनाव बढ़ सकते हैं।
(साभार)