
रिपोर्टर- सुनील सोनकर
म्सूरी में हालिया आपदा के बाद मसूरी में राहत और पुनर्निर्माण कार्य तेज़ हो गए हैं। एसडीएम मसूरी राहुल आनंद ने प्रशासनिक टीम के साथ मकरेती गांव, ाड़ीपानी क्षेत्र और मसूरी-देहरादून रोड का दौरा कर हालात का जायजा लिया।
एसडीएम मसूरी राहुल आंनद ने कहा कि मकरेती गांव में आपदा से 400 मीटर पेयजल पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे 50 हज़ार लोग जल संकट से जूझ रहे हैं। गढ़वाल जल संस्थान ने भरोसा दिलाया कि 24 घंटे में आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। एसडीएम ने बताया कि आपदा में अपने माता-पिता को खोने वाले अजय कुमार से भी मुलाकात की, जिसने हाल ही में दिल्ली पुलिस की भर्ती परीक्षा पास की है। प्रशासन उसकी हरसंभव मदद कर रहा है।वहीं, राजपुर ट्रैक के पास दरकती ज़मीन के कारण 8 परिवार खतरे में हैं। प्रशासन द्वारा जीओलोजिकल टीम को निरीक्षण के लिये बुलाया गया है वह सभी प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट होने के लिये कहा गया है। साथ ही, मसूरी-देहरादून मार्ग से मलबा हटाने का कार्य तेज़ी से चल रहा है, ताकि त्योहारी और पर्यटन सीजन में आवाजाही सुचारु रहे।
एसडीएम ने बताया कि भविष्य में नुकसान से बचने के लिए कई जगहों पर आरसीसी वॉल और रिवर चैनलाइजेशन का कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि नदी तलहटी में कोई निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा। रिहायशी संपत्तियों को मुआवजा दिया जा चुका है, जबकि व्यावसायिक संपत्तियों के नुकसान का मूल्यांकन जारी है। जिसका मुआवजा देने के लिए शासन स्तर पर कार्यवाही की जा रही है। उन्होने बताया कि नगर प्रशासन द्वारा दुकानों और घरों के पुनर्निर्माण की भी योजना है। एसडीएम ने यह भी कहा कि मकरेती को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जाएगा और विकास कार्य युद्धस्तर पर चलेंगे।
देहरादून गंढवाल जल संस्थान के अधिक्षण अभियंता राजीव सैनी ने बताया कि मकरेती गांव में आपदा से 400 मीटर पेयजल पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे 50 हज़ार लोग जल संकट से जूझ रहे हैं। उन्होने कहा कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी दिनररात कार्य कर रहे है और उनको भरोसा है कि 24 घंटे में प्रभावित क्षेत्रों में पेयजन की आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।