
मसूरी सीओ मनोज असवाल ने मसूरी में व्यापार ओर काम कर रहे कश्मीर लोगों के साथ की बैठक
मसूरी। मसूरी में मसूरी सीओ मनोज असवाल द्वारा मसूरी में व्यापार और कार्य कर रहे कश्मीरियों के मसूरी कोतवाली में बैठक की । बैठक में म्सूरी में सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित एक वीडियो, जिसमें तीन युवकों द्वारा माल रोड मसूरी में सामान बेच रहे कश्मीरी युवको के साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार जाने पर 23 अप्रैल को ही पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर तीन युवको के खिलाफ कार्यवाही कर दी। उन्होने बताया कि किसी भी कष्मीर के व्यक्ति द्वारा मसूरी कोतवाली में किसी के खिलाफ कोई शिकायत नही की गई थी परन्तु वीडियो को संज्ञान में लेकर उनके द्वारा जांच करवाई गई जिसमें बता लगा कि कष्मीरी युवक जो मालरोड में अनाधिकृत रूप् से पटरी लगाकर अपना सामन बेचते थे जिनका पूर्व में भी कई बार विरोध हुआ था जिनको युवको द्वारा विरोध किया था व युवको द्वारा कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद मारे गए हिन्दू लोगो को लेकर आक्रोश भी था।
मसूरी सीओ मनोज असवाल में मसूरी में कश्मीर से आकर व्यापार और काम करने वाले सभी लोगों के साथ देर शाम को बैठक कर वार्ता की जिसमें कश्मीर के मसूरी में व्यापार और काम कर रहे लोगों ने बताया कि व पिछले काफी सालों से मसूरी में व्यापार ओर काम कर रहे है परन्तु उनको यहां पर किसी प्रकार की दिक्कत नही है व मसूरी के लोग उनके साथ प्रेम से रहते है व एक दूसरे के तीज त्यौहार और सुख दुख में बराबर षामिल होते है। उन्होने कहा, कि कषमीर के पहलगाम में हुए आतकी हमले से वह भी दुखी है और व भी चहाते है कि आतंकियो का अंत हो। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकी हमले के बाद से मसूरी पुलिस उनके लगातार संपर्क पर में है ओर उनकी सुरक्षा को लेकर सभी इंतजाम किये गए है। उन्होंने कहा वह सभी लोग मसूरी में सुरक्षित है व सभी मसूरी के सभी लोग उनके साथ है।
म्सूरी सीओ मनोज असवाल ने बताया कि उनके द्वारा मसूरी में रह रहे कश्मीर के लोगों के साथ वार्ता की गई है व मसूरी में उनको किसी भी प्रकार की परेशानी नही है जो वीडियो वायरल हो रही है उसमें कुछ कष्मीर से आये लोगो द्वारा आनाधिकृत रूप् से मालरोड पर पटरी लगाकर समान बेच रहे थे जिनका कुछ युवको द्वारा विरोध कर मारपीट की गई थी जिस पर पुलिस द्वारा कार्यवाही की गई थी। उन्होने कहा कि कष्मीरीओं द्वारा पुलिस में किसी के खिलाफ कोई शिकायत भी दर्ज नही की गई थी। उन्होंने कहा कि मसूरी में सभी कश्मीरी अपने व्यापार और काम बिना किसी के डर से कर रहे है व पुलिस लगातार सभी के सम्पर्क में है। उन्होने कहा कि जो कष्मीरीओ की मसूरी से जाने की बात की जा रही है व फेरी वाले थे जो समय समय पर मसूरी आकर अपना व्यापार करते थे। उन्होंने कहा कि मसूरी में अगर किसी भी असामाजिक तत्वों द्वारा माहौल को खराब करने की कोशिश की गई तो उनको किसी भी हाल में बख्शा नही जायेगा।
उन्होंने कहा कि एसएसपी देहरादून द्वारा उनको मसूरी क्षेत्र में व्यापार/अन्य कार्य कर रहे कश्मीरी मूल के लोगों से वार्ता कर उन्हें उनकी सुरक्षा के प्रति पूर्ण रूप से आश्वस्त करते हुए निश्चिंत होकर अपने व्यापार/अन्य कार्यों को करने को लेकर अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय समाचार पत्र में प्रकाशित एक खबर, जिसमें मसूरी में शॉल बेचने का कार्य करने वाले 16 कश्मीरी शॉल विक्रेताओं द्वारा मसूरी छोड़कर वापस जाने के संबंध में खबर प्रकाशित की गयी थी, उक्त खबर का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा उक्त कश्मीरी व्यक्तियों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई तो उनमें से 02 व्यक्तियों के नम्बर मिले जिनसे एसएसपी द्वारा स्वयं वार्ता की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि वे लोग मसूरी में घूम-घूम कर लोगो को शॉल बेचते थे तथा इसी प्रकार अलग-अलग स्थानो पर जाकर शॉल बेचने का कार्य करते है। एसएसपी देहरादून द्वारा उन्हें उनकी सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया गया। साथ ही उन्हें अवगत कराया कि वे देहरादून वापस आकर निश्चिंत होकर अपना व्यापार शुरू कर सकते हैं, जिस पर उक्त व्यक्तियों द्वारा जल्द ही देहरादून वापस आने की बात कही गई। इस दौरान एसएसपी देहरादून द्वारा एसएसपी कुपवाडा से वार्ता कर उन्हें उक्त व्यक्तियों से सम्पर्क कर अपनी ओर से भी उन्हें सुरक्षा के प्रति आश्वस्त करने के लिए अवगत कराया गया।