
रिपोर्ट: सुनील सोनकर NIU ✍️
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पहाड़ों की रानी मसूरी इन दिनों धार्मिक और सांस्कृतिक उल्लास से सराबोर है। भाजपा द्वारा आयोजित तीज महोत्सव ने न केवल महिलाओं को सम्मानित किया, बल्कि समाज में उनके योगदान और आत्मनिर्भरता को भी विशेष स्थान दिलाया। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि परंपरा और प्रगति जब साथ चलती हैं, तो समाज का हर वर्ग सशक्त बनता है विशेषकर महिलाएं। मसूरी के प्रसिद्ध राधा-कृष्ण मंदिर सभागार में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसे बतौर मुख्य अतिथि भाजपा नेत्री निर्मला जोशी और पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी ने संयुक्त रूप से किया।
मंच पर उपस्थित मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल, अनिता धनाई, और कमला थपलियाल ने दोनों अतिथियों का पारंपरिक अंदाज़ में शॉल और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। महिला कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों की भारी उपस्थिति ने कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। कार्यक्रम में महिलाओं और बालिकाओं द्वारा पारंपरिक लोक नृत्य, तीज गीत और भजन प्रस्तुत किए गए, जिसने माहौल को पूरी तरह भक्तिमय और उत्सवमय बना दिया। महिलाएं पारंपरिक परिधान में सजी थीं और हर चेहरे पर उल्लास झलक रहा था।

भाजपा नेत्री निर्मला जोशी ने कहा कि भाजपा हर वर्ष तीज महोत्सव के माध्यम से महिलाओं को सम्मान देती है और उनके सांस्कृतिक योगदान को मंच प्रदान करती है। ये उत्सव न केवल हमारी परंपराओं को जीवंत रखते हैं, बल्कि सामाजिक जागरूकता का माध्यम भी बनते हैं।”
पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी ने राज्य सरकार की महिला कल्याण नीतियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी महिलाओं की शिक्षा, स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता के लिए लगातार काम कर रहे हैं। यही वजह है कि महिलाएं उन्हें केवल एक नेता नहीं, बल्कि अपने भाई की तरह मानती हैं।

कार्यक्रम के दौरान निर्मला जोशी ने एक विशेष घोषणा करते हुए बताया कि 5 अगस्त को मसूरी में विशाल रक्षाबंधन उत्सव का आयोजन होगा, जिसमें हज़ारों महिलाएं अपने भाई कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को राखी बांधेंगी। यह आयोजन महिला शक्ति और भाईचारे की भावना को एक नई ऊँचाई देगा।
मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब राजनीति सेवा से जुड़ती है, तो परिणाम समाज के हर वर्ग को ताकत देता है। भाजपा द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम न केवल एक सांस्कृतिक उत्सव था, बल्कि यह महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक कदम भी साबित हुआ।
