रिपोर्टर- सुनील सोनकर
मसूरी। प्रकृति की मार ने एक बार फिर मसूरी की वादियों में बसे गरीबों की ज़िंदगी को झकझोर कर रख दिया। हाल ही में हुई भारी बारिश के चलते मसूरी के पेट्रोल पंप के नीचे स्थित नेपाली बस्ती (किंक्रेग क्षेत्र) में दो परिवारों के आशियाने पानी और मलबे की चपेट में आ गए। इस संकट की घड़ी में प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने संवेदनशीलता दिखाते हुए पीड़ित परिवारों के आंसू पोंछने का काम किया।
रविवार को भारी बारिष के बीच नगर पालिका परिषद अध्यक्ष मीरा सकलानी, भाजपा मंडल अध्यक्ष राजत अग्रवाल और प्रशासनिक अधिकारीगण मौके पर पहुँचे और प्रभावित परिवारों को राहत राशि के चेक सौंपे। राहत चेक प्राप्त करने के बाद पीड़ित परिवारों ने सरकार, पालिका अध्यक्ष और प्रशासन का दिल से धन्यवाद किया। एक परिवार की महिला सदस्य की आंखें भर आईं जब उन्होंने कहा, हम सोच ही नहीं पा रहे थे कि कहां जाएँगे, लेकिन इतनी जल्दी मदद मिलना हमारी उम्मीदों से कहीं ज्यादा है।
मीरा सकलानी ने कहा कि राज्य सरकार आपदा के प्रति पूरी तरह सतर्क है और ज़रूरतमंदों तक समय पर मदद पहुँचाना उसकी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि पीड़ितों को आपदा प्रबंधन के नियमों के तहत आर्थिक सहायता राशि दी गई है। ष्हम केवल चेक ही नहीं बाँटने आए हैं, हम यह भरोसा भी देने आए हैं कि आप अकेले नहीं हैं। उन्होंने कहा एसडीएम मसूरी कुमकुम जोशी की तत्परता की भी सराहना की गई। उनके नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने भारी बारिश के बाद तेजी से सर्वे किया और 24 घंटे के भीतर राहत राशि स्वीकृत कर दी। यह कार्यवाही न केवल कुशल प्रशासन का उदाहरण बनी, बल्कि जनता का भरोसा भी और मजबूत हुआ।



