
नीरज मेहता NIU ✍️पिथौरागढ़ के नन्ही परी सीमांत इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के छात्रों ने कमल का आविष्कार किया है, प्रधानाचार्य नीरज सिंह बहुगुणा के नेतृत्व में एक डेमोंसट्रेशन प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया है जिसकी खूबी जानकर आप हैरान रह जाएंगे इस प्रोजेक्ट के तहत सॉलिड वेस्ट या फिर सूखे कूड़े को जलाकर बिजली बनाने का सफल प्रयोग किया गया है अब आप यह सोच रहे होंगे कि अगर यह कूड़ा जल रहा है तो हमारे वातावरण को भी प्रदूषित करेगा परंतु ऐसा बिल्कुल नहीं है इसमें छात्रों ने आब्जर्वर ( absorber) और कार्बन फिल्टर का भी उपयोग किया है जो की धुएं को अपनी तरफ खींच कर प्रदूषित होने वाले कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे तत्व को कार्बन फिल्टर की मदद से साफ कर देता है।
इस प्रोजेक्ट में थर्मल पैनल का उपयोग किया गया है जो कि हमारे कूड़े के जलने वाली गर्मी से इलेक्ट्रिसिटी उत्पन्न करता है।
इस प्रोजेक्ट को हाइब्रिड बनाने के लिए छात्रों ने इसमें सोलर पैनल का भी उपयोग किया है
जिससे यह फायदा होगा कि दिन के टाइम सोलर पैनल से इलेक्ट्रिसिटी उत्पन्न होगी और वही रात के टाइम सॉलिड वेस्ट को जलाकर हीटिंग पैनल की मदद से बिजली उत्पन्न की जाएगी। इस प्रयोग में ज्योतिरादित्य गब्याल, गणेश सिंह चौफाल, विजय कुमार आदि छात्र शामिल रहे।