दीप मैठाणी, देहरादून NIU उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी देहरादून में जमीनी विवादों के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, एक ही जमीन को कई बार कई लोगों को बेच दिए जाने के हैरतअँगेज खुलासे कई बार प्रकाश में आए हैं, न्यूज़ इंडिया अपडेट ने भी इस पर प्रमुखता से खबर चलाते हुए ऐसे भू-माफियाओं के खिलाफ एक मुहिम छेड़ी हुई है जिसके तहत हम लगातार दून में सक्रिय भू-माफियाओं के खिलाफ खड़े हैं, जिस क्रम में अरविंद गुप्ता, अतुल गुप्ता व इनके साथ मिलकर धोखाधड़ी को अंजाम देने वाले धोखेबाजों के हम खुलासे कर रहे हैं, परंतु साक्ष्य और पीड़ितों के बयानों के साथ दिखाई जा रही खबरों के बावजूद दून प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस ठगी के खेल का हिस्सा कहां तक बांटा जा रहा है, वहीं इन भू माफियाओं को कैबिनेट दर्जे के मंत्री द्वारा संरक्षण दिए जाने की अफवाह की भी पुष्टि होती हुई नजर आ रही है।।
प्रकरण के प्रमुख बिंदु:
जमीन धोखाधड़ी के बड़े मामले में भू-माफिया अतुल गुप्ता की करतूतों का लगातार खुलासा हो रहा है।
पीड़ितों के आरोप है कि अतुल गुप्ता ने फर्जी कंपनी बनाकर और साझेदारों के नाम पर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया।
एसआईटी भूमि (SIT) Property द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने के बाद भी पुलिस की मिलीभगत के चलते दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई, जिससे यह मसला ठंडे बस्ते में चला गया।
पूर्व व वर्तमान जिलाधिकारी ने SDM व तहसीलदार को उचित कार्यवाही के निर्देश भी दिए परंतु प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
खुलासों की मुख्य बातें….
सोशल मीडिया पर न्यूज इंडिया अपडेट द्वारा अतुल गुप्ता और उनकी कथित फर्जी कंपनियों के जरिये करोड़ों की भूमि ठगी की खबरें लगातार सामने आ रही हैं।
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भूमि घोटाले में गुप्ता परिवार की संलिप्तता के स्पष्ट प्रमाण होने के बावजूद पुलिस व प्रशासनिक विभाग निष्क्रिय हैं।
कई प्रयासों के बावजूद एसआईटी भूमि द्वारा दर्ज एफआईआर में जांच की प्रगति न के बराबर रही है। प्रभावित पक्षों को न्याय का इंतजार है।
दून प्रशासन की भूमिका:
लगातार हो रहे खुलासों के बावजूद देहरादून प्रशासन और पुलिस की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासनिक मौन से बाकी भू-माफिया भी हौसले बुलंद कर रहे हैं, जिससे जनता में असंतोष है।
भूमाफिया अतुल गुप्ता के खिलाफ हो रहे खुलासे स्थानीय स्तर पर चर्चित तो हैं, लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता और जांच की धीमी गति गंभीर सवाल पैदा कर रही है। यदि समय रहते निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई तो नागरिकों का प्रशासन और कानून-व्यवस्था पर से विश्वास उठना स्वाभाविक है।
NIU द्वारा खबरें प्रकाशित किए जाने के बाद से रोजाना ठगी का शिकार हुए नए नए पीड़ित सामने आ रहे हैं, इस व्यक्ति के साथ हुई ठगी का खुलासा भी न्यूज़ इंडिया अपडेट संपूर्ण तथ्यों के साथ जल्द करेगा। देखें वीडियो 👇👇
पूर्व में अतुल गुप्ता द्वारा नीरज शर्मा नामक एक आदतन अपराधी के नाम पर पावर ऑफ अटॉर्नी कर ठगी को अंजाम दिया गया था, हमारी जांच पड़ताल में अब सामने आया है कि अतुल गुप्ता ने पूर्व पार्टनर नीरज शर्मा के जेल जाने के बाद से नए पार्टनर तलाश लिए हैं और हरियाणा से आए हुए सजीव तोमर, सुमित पुनिया, बसंत राठी और संदीप बालियान नामक लोगों को साथ जोड़कर व इन्हें आगे कर अब नए तरीके से ठगी और पीड़ितों को धमकाने का काम किया जा रहा है।
वहीं अब रायपुर स्थित औली गांव में अतुल गुप्ता द्वारा ठगी का शिकार हुए समस्त पीड़ित एकजुट होते हुए दिखाई दे रहे हैं उन्होंने न्यूज़ इंडिया अपडेट के संपादक दीप मैठाणी से वार्ता करते हुए बताया कि वह एक संगठन बनाकर अब अतुल गुप्ता के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे, धरना प्रदर्शन से लेकर अगर जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव भी करना पड़ा तो जरूर करेंगे।