
कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा -अंकिता भंडारी मामले में वीआईपी को बचाया अब हिमांशु चमोली को बचाने में जुटी भाजपा
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस तरह अंकिता भंडारी हत्याकांड में सरकारी मशीनरी ने मुख्य आरोपी को बचाने का काम किया, उसी तरह जितेंद्र नेगी आत्महत्या मामले में भी भाजपा नेताओं को संरक्षण दिया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि मृतक जितेंद्र नेगी ने अपने वीडियो संदेश में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री हिमांशु चमोली को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था। इसके बावजूद पुलिस ने एक ही घटना की दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं, जिससे केस कमजोर करने की कोशिश साफ दिखाई देती है।
माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की कि थाना स्तर पर दर्ज की गई दूसरी एफआईआर को तत्काल रद्द किया जाए और दोहरी एफआईआर दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह पूरे प्रदेश के लिए हैरानी की बात है कि मृतक के पिता की ओर से 21 अगस्त को दर्ज की गई रिपोर्ट में आरोपी का स्पष्ट उल्लेख होने के बावजूद, कुछ देर बाद उसी घटना की एक और रिपोर्ट अवैध हथियार की धारा में दर्ज कर ली गई।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के दबाव में पुलिस मुख्य आरोपी को बचाने में जुटी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार से फोन पर संवेदना जताने का दिखावा कर रहे हैं, जबकि उनकी पुलिस ही मामले को कमजोर कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और भाजपा शासन में “जंगल राज” कायम है। अंकिता भंडारी हत्याकांड, चंपावत-काशीपुर की घटनाएं, हरिद्वार की नाबालिग से दुष्कर्म और पंचायत चुनावों में हुई धांधलियां इसका प्रमाण हैं। यहां तक कि राष्ट्रपति के दौरे के दौरान भी डकैतियां हुईं, जो प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती हैं।
माहरा ने चेतावनी दी कि कांग्रेस आने वाले दिनों में बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिलाओं पर बढ़ते अपराध के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, विधायक लखपत बुटोला, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, प्रवक्ता शीशपाल सिंह, सुजाता पॉल, डॉ. प्रतिमा सिंह, महामंत्री नवीन जोशी और आईटी विभाग अध्यक्ष विकास नेगी भी मौजूद रहे।