
मनमोहन भट्ट, सिलक्यारा/उत्तरकाशी NIU✍️
एंकर- सिलक्यारा सुरंग में चल रहे रेस्क्यू अभियान में आज एक महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है। सुरंग के अवरुद्ध हिस्से में 6 इंच की पाइपलाइन बिछाकर सेकेंडरी लाइफ लाइन बनाने के लिए की जा रही ड्रिलिंग पूर्ण कर मलवे के आर पार 53 मीटर लंबी पाइपलाइन डाल कर इसके जरिये फंसे श्रमिकों तक खाद्य सामग्री पहुचाने की तैयारी की जा रही है।
आज सायं लगभग साढ़े चार बजे एनएचएआईडीसीएल के निदेशक अंशुमनीष खलखो,जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और टनल के भीतर संचालित रेस्क्यू अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि गत नौ दिनों से चल रहे रेस्क्यू की इस पहली कामयाबी के बाद श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के अहर्निश प्रयास तेजी से संचालित किए जाएंगे।
सुरंग में फंसे श्रमिकों के जीवन की रक्षा के लिए अबतक 4 इंच की पाइपलाइन ही लाइफलाइन बनी हुई थी।

अब सेकेंड्री लाइफ लाइन के तौर पर छह इंच व्यास की पाइप लाइन मलवे के आरपार बिछा दिए जाने के बाद श्रमिकों तक बड़े आकार की सामग्री व खाद्य पदार्थ तथा दवाएं और अन्य जरूरी साजो सामान के साथ ही संचार के उपकरण भेजने में सहूलियत होगी। जिससे अंदर फंसे श्रमिकों के जीवन को सुरक्षित बनाये रखने का भरोसा कई गुना बढ़ा है। इस अच्छी खबर के बाद श्रमिकों और उनके परिजनों साथ ही रेस्क्यू के मोर्चों पर खुशी और उत्साह देखने को मिल रहा है और रेस्क्यू के अन्य विकल्पों को लेकर अब उम्मीदें उफान पर हैं।
इस बीच उत्तराखंड शासन के सचिव डॉ. नीरज खैरवाल ने आज परियोजना व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सुरंग का निरीक्षण कर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया और सेकेंडरी लाइफलाइन बनाने के काम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर रेस्क्यू में जुटे लोगों को बधाई दी।
वहीं यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के करीब 12 परिजन पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर केंद्रीय एजेंसियों से समन्वय के लिए नोडल बनाये गए सचिव डॉ नीरज खैरवाल ने जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने परिजनों से मुलाकात कर बचाव कार्य की जानकारी दी। परिजनों को गर्म कपड़े देने के अलावा रहने और खाने की व्यवस्था की गई। इधर जिलाधिकारी ने जिला पर्यटन अधिकारी को परिजनों के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी बनाया है। सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के अब तक करीब 12 परिजन अपनों के हाल जानने घटना स्थल पर पहुंचे गए हैं।

गत दिवस मुख्यमंत्री धामी ने परिजनों से मुलाकात कर उनके रहने, खाने और आवागमन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। आज सिलक्यारा में केंद्रीय एजेंसियों और बचाव कार्य से जुड़ी व्यवस्थाओं के लिए नोडल बनाये गए सचिव डॉ नीरज खैरवाल और जिलाधिकारी ने एसपी अपर्ण यदुवंशी, एसडीएम चतर सिंह एवं शैलेन्द्र नेगी के साथ परिजनों से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान परिजनों से कहा कि श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने को सरकार बचाव कार्य तेजी से कर रही है। सुरंग में फंसे हुए श्रमिकों से लगातार बातचीत की जा रही है।

सभी स्वस्थ हैं और भरोसा दिया जा रहा कि जल्द उनको बाहर निकाल लिया जाएगा। इसके अलावा पाइप के माध्यम से खाने का सामान और जरूरी जीवन रक्षक दवा भेजी जा रही है। इसके अलावा सुरंग में रसद व अन्य सामग्री की आपूर्ति के लिए नई पाइपलाइन डाली जा रही है। सिलक्यारा में ठंड को देखते हुए परिजनों को गर्म कपड़े दिए गए। जबकि परिजनों को ठहरने के लिए सिलक्यारा और ब्रह्मखाल में में व्यवस्था की गई है। इसके अलावा होटल और घटना स्थल तक आने जाने के लिए परिजनों को परिवहन सुविधा भी दी जा रही है।