
रिपोर्ट: मनमोहन भट्ट ✍️ उत्तरकाशी।
उत्तरकाशी मुख्य विकास अधिकारी श्री गौरव कुमार ने बुधवार को भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना जल जीवन मिशन की बैठक ली। बता दें कि जल जीवन मिशन के अंन्तर्गत प्रथम चरण की 748 योजनाओं के कार्य पूर्ण हो चुके है l वहीं दूसरे चरण में 506 योजनाओं के सापेक्ष 473 योजनाओं के कार्य गतिमान है।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि हर घर को जल एवं नल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। कार्यदायी संस्थाएं पेयजल निर्माण कार्यो में तेजी लाना सुनिश्चित करें। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि ससमय से निमार्ण कार्यों में शत – प्रतिशत धनराशि खर्च करना व जिन कार्यों की टेण्डरिंग प्रक्रिया होनी है l गहनता से उनकी जांच करना सुनिश्चित करें।उन्होंने कहा कि पानी की शुद्धता जांच के लिए एफटीके (फिल्ड टेस्ट कीट) का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाए l साथ ही फोटोग्राफ्स व विडियोग्राफी के माध्यम से इसकी डोकोमेंन्ट्री भी बनाई बनाई जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने जल जीवन मिशन के तहत कार्यों में उपयोग होने वाली सामग्रीयों की उच्च गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए l उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण में जिन योजनाओं की डीपीआर स्वीकृत हो चुकी हो उनके निर्माण कार्य के लिए कार्यदायी संस्थाएं शीघ्र निविदाएं आमंत्रित करना सुनिश्चित करें। ताकि ग्रामीणों को पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से व अधिक से अधिक क्षेत्रवासियों को इस योजना का लाभ प्रदान किया जा सकें।
बैठक में परियोजना निदेशक रमेश चन्द्र,अधिशासी अभियंता पेयजल निगम मोहम्मद मिशम ,अधिशासी अभियंता जल संस्थान बलदेव सिंह डोगरा, परियोजना प्रबंधक स्वजल प्रताप सिंह मटूड़ा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।