
रिपोर्टर- सुनील सोनकर
मसूरी पुरूकुल रोपवे परियोजना के तहत मसूरी लाइब्रेरी बस स्टैंड पर छह दुकानें टैक्सी एसोसिएशन का और गाइड यूनियन ऑफिस के साथ एमडीडीए के कैंप कार्यालयों को ध्वस्त किया जाना है जिसको लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा सभी दुकानदारों के साथ टैक्सी एसोसिएशन गाइड एसोसिएशन को नोटिस देकर दुकानों और कार्यालयों को खाली करने के निर्देश दिये गए है | जिसके बाद सभी लोगों में प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश है वहीं एसडीएम कार्यालय में आयोजित बैठक में स्थानीय लोगों ने प्रशासन द्वारा दुकानों को ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई किये जाने का पुरजोर तरीके से विरोध किया जिसको लेकर लोगों और एसडीएम मसूरी के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई।
लोगों ने कहा कि कई सालों से वहां अपने परिवार के साथ दुकान व आवास में रहते हैं ऐसे में एकाएक बिना विस्थापन पॉलिसी और मुआवजा दिए प्रशासन द्वारा जोर जबरदस्ती कर दुकानों को ध्वस्त किए जाने को लेकर कार्य योजना बनाई जा रही है जिसका वह पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं ।
स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर पालिका द्वारा कई सालों से उनसे उनकी दुकान और मकान का किराया भी वसूला जा रहा है जिसको लेकर उनके पास रसीद भी दी जाती है परन्तु ना तो उनको प्रशासन और ना ही नगर पालिका परिषद द्वारा उनके विस्थापन करने के साथ मुआवजा देने की बात ही जा रही है जो न्याय उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह प्रशासन द्वारा दुकानों को ध्वस्त किये जाने की कार्यवाही को लेकर कोर्ट की शरण भी लेंगे और अगर प्रशासन ने उनके साथ जोर जबरदस्ती की तो वह उसको लेकर उग्र आंदोलन करेंगे ।
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल और मसूरी कार ओनर्स एसोसिएशन के महासचिव सुंदर सिंह पवार ने कहा कि प्रशासन द्वारा पालिका की दुकानों को हटाए जाने को लेकर पालिका प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के द्वारा कोई पैरवी नहीं की जा रही है और ना ही उनके द्वारा प्रभावित लोगों के लिये कोई विस्थापन की पॉलिसी बनाई गई है ऐसे में लग रहा है कि पालिका की मिलीभगत से उनकी दुकानों को ध्वस्त करने की तैयारी की जा रही है जिसका वह पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं ।