
देहरादून NIU दिल्ली- एनसीआर में देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। दिल्ली के साथ यूपी-बिहार में भी भूकंप आया जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता 6 के आसपास बताई जा रही है।
• नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र ने कहा कि भूकंप का केंद्र जाजरकोट में था, जो नेपाल की राजधानी काठमांडू से लगभग 250 मील उत्तर पूर्व में है।
• अधिकारियों के मुताबिक, कम से कम 150 लोगों की जान चली गई है और 140 अन्य घायल हो गए हैं।
• उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र सहित कई उत्तर भारतीय राज्यों में तेज झटके महसूस किए गए।
• एक्स पर एक पोस्ट में, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया। उनके कार्यालय ने कहा कि उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को घायलों के तत्काल बचाव और राहत के लिए निर्देश दिया है।
• स्थानीय अधिकारी जाजरकोट गांव से संपर्क नहीं कर पाए हैं, जहां भूकंप का केंद्र है और इसकी आबादी 190,000 है।पुलिस अधिकारी नामराज भट्टराई ने रॉयटर्स को बताया: “बचाव और खोज टीमों को प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए भूकंप के कारण सूखे भूस्खलन से अवरुद्ध सड़कों को साफ करना होगा”।
• सरकारी प्रशासन के एक अधिकारी हरीश चंद्र शर्मा ने एपी को बताया कि जजरकोट जिले में 17 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। पुलिस अधिकारी नरवराज भट्टाराई ने एपी को बताया कि भूकंप से नेपाल के रुकुम जिले में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई, जहां कई घर ढह गए।
• एपी की रिपोर्ट के अनुसार, नेपाल के कई गांवों से संचार कट गया है।
• जजरकोट जिले के अधिकारी सुरेश सुनार ने रॉयटर्स को बताया कि कम से कम 20 लोग घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने कहा, ”मैं खुद खुले में हूं, हम विवरण एकत्र कर रहे हैं लेकिन ठंड और रात के कारण दूरदराज के इलाकों से जानकारी प्राप्त करना मुश्किल है। हमने बचाव कर्मियों को तैनात कर दिया है।”
• पुलिस अधिकारी संतोष रोक्का ने रॉयटर्स को बताया, ”मकान ढह गए हैं, लोग अपने घरों से बाहर निकल आये, मैं डरे हुए निवासियों की भीड़ में से बाहर हूं। हम नुकसान का विवरण जानने की कोशिश कर रहे हैं।”
वहीं इस भूकंप की घटना पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हताहत हुए लोगों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है।
उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में उत्तराखंड सरकार एवं उत्तराखंड की जनता नेपाल के साथ खड़ी है।