
मसूरी, सुनील सोनकर NIU ✍️ मसूरी में भारतीय दलित साहित्य अकादमी मसूरी के तत्वाधान में भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती मसूरी में अम्बेडकर चौक पर धूमधाम के साथ मनाई गई। इस मौके पर सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर बाबा साहेब की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
भारतीय दलित साहित्य अकादमी मसूरी के अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि मालरोड और अम्बेडकर चौक पर चल रहे निर्माण और सौंदर्यीकरण को लेकर चौक पर अम्बेडकर सम्मान समारोह आयोजित नही किया गया है। मई माह में भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया जायेगा जिससे प्रदेश के मंत्री और सामाजिक कार्यकर्ता शिरकत करेंगे।
भारतीय दलित साहित्य अकादमी मसूरी के अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि मालरोड और अम्बेडकर चौक पर चल रहे निर्माण और सौंदर्यीकरण को लेकर चौक पर अम्बेडकर सम्मान समारोह आयोजित नही किया गया है मई माह में भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया जायेगा जिससे प्रदेश के मंत्री और सामाजिक कार्यकर्ता शिरकत करेगे।
वही दूसरी और मसूरी शहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता के नेतृत्व में डॉ. भीमराव अम्बेडर जयंती पर अम्बेडकर चौक पर गोश्ठी का आयोजन किया व मसूरी भवन निर्माण मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष राकेश ठाकूर के नेतृत्व में पिक्चर पैलेस चौक पर शरबत वितरीत किया गया। सैकड़ों की तादाद में एकत्रित लोगों ने चौक पर लगी अम्बेडकर जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर बाबा साहेब अमर रहे के नारे लगाये। लोगो ने कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे।
मसूरी पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, भाजपा मंडल के पूर्व अध्यक्ष मोहन पेटवाल, जसबीर कौर, गीता कुमाई सहित लोगो ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर के विचार और सिद्धांतों को धरातल पर उतारने की आवश्यकता है। बाबा भीमराव अंबेडकर ने आजीवन लोगों के हितों के लिए कार्य करते रहे। उन्होंने बाबा साहेब को इस देश के लिए एक वरदान बताया और उनके महत्व व कार्यों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ‘मैं’ से ऊपर उठकर ‘हम’ का भाव होना चाहिए। समाज के प्रति भी कर्तव्य का निर्वहन आवश्यक है। इस मौके पर कई लोगों ने भाग लिया।
गणेश जोषी ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर के सपनों को पीएम मोदी पूरा कर रहे हैं। उन्होने कहा कि कि संघर्ष करो, संगठित रहो, शिक्षित बनो, आगे बढ़ो, बाबा साहेब की यह भावना थी। मल्ल ने कहा कि बाबा साहब सत्य और अहिंसा की पूर्तिमूर्ति थे। उन्होंने गरीब व दलित परिवार में जन्म लेकर भी सिद्ध किया कि दृढ़ संकल्प, मेहनत और साहस से मनुष्य कठिन से कठिन लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। उनका जीवन संघर्षों से भरा हुआ था। वे अपने उच्च मनोबल से जीवन की हर बाधा को पार करते हुए देश को सामाजिक, राजनैतिक व आर्थिक आजादी की समरसता में पिरोने में कामयाब हुए।