
आप पत्रकार हैं और जनहित के मुद्दे उठाते हैं साथ ही आप शासन स्तर पर हो रहे गंभीर भ्रष्टाचारों का खुलासा करते हैं तो आप पर गुंडा एक्ट लगा दिया जाएगा साथ ही राजद्रोही घोषित कर तड़ीपार तक किया जाएगा वही इससे व्यथित और पीड़ित होकर अगर आप पत्रकारिता छोड़ स्वयं राजनीति में उतर कर और ज्यादा मुखर होकर जनहित की गंभीर समस्याओं को उठाना चाहेंगे या जनता की आवाज जनता के साथ सड़कों पर मिलकर शासन स्तर तक पहुंचाना चाहेंगे तो अन्य संविधानिक नियमों के तहत मुकदमा ठोक कर आपकी कमर तोड़ दी जाएगी।
जी हां ये उत्तराखंड है और यहां ये सब प्रत्यक्ष और प्रमाण के संग उपलब्ध है। उत्तराखंड में यह परिणीति लंबे समय से चली आ रही है ऐसे ही प्रताड़ना के भुक्तभोगी है पूर्व में पत्रकार रहे व वर्तमान में उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता शिव प्रसाद सेमवाल, शिव प्रसाद सेमवाल अभी पूर्ण हुए विधानसभा चुनावों में राजधानी देहरादून की हॉट सीट डोईवाला से उत्तराखंड क्रांति दल से विधायक प्रत्याशी भी हैं, सेमवाल पिछले लंबे समय से उत्तराखंड पुलिस में वर्ष 2000 में शामिल हुए जवानों की विगत वर्षो से लम्बित मांग “पुलिस पे ग्रेड 4600” को लागू करवाने हेतु पूरी मुखरता के साथ सोशल मीडिया से लेकर धरातल पर उठा रहे हैं। विगत माहपूर्व पुलिस परिजनों ने भी इस मांग को पूरी मुखरता के साथ उठाने का बीड़ा उठाया था और पुलिस परिजन कई दिनों तक सड़कों पर भी बैठे थे, उनके उस आंदोलन को भी सेमवाल ने पूरी तन्मयता के साथ सहयोग किया ये आंदोलन/प्रदर्शन इस स्तर पर हुआ की वर्तमान भाजपा सरकार को चुनाव में उतरने से पूर्व उत्तराखंड के इन पुलिस जवानों की पे ग्रेड की मांग पर जवानों को खुश करने हेतु एकमुश्त राशि करीब दो लाख देने की घोषणा करनी पड़ी और उसके बाद प्रदेश भर में चुनावी आचार संहिता लागू कर दी गई मगर जवानों ने सरकार के इस एकमुश्त राशि को “लॉलीपॉप” का नाम दिया और अभी भी वर्ष 2000 में शामिल हुए जवान अपनी “पुलिस पे ग्रेड 4600” करने की मांग पर अड़े हुए हैं। जिसपर की भाजपा सरकार कटौती करने का मन बना चुकी थी जिसके चलते पूरे प्रदेश भर में पुलिस परिजनों के प्रदर्शन होते रहे जिन्हें युवा नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने अपना पूरा समर्थन दिया। अब इस पूरे प्रकरण में पुलिस ग्रेड पे कटौती के विरोध मे आंदोलन करने पर पुलिस ने शिव सेमवाल पर मुकदमा दर्ज कर दिया है। बकायदा थाने बुलाकर धारा 41 का नोटिस भी तामील कराया जा चुका है। इसकी जानकारी खुद युवा नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने अपनी फेसबुक पोस्ट से दी है।
बावजूद इस मुकदमे के शिव प्रसाद सेमवाल अपनी फेसबुक वॉल पर लिखते हैं की…
“ग्रेड पे आदेश रद्द करने वाली कांग्रेस हो या झूठा कैबिनेट आदेश जारी करने वाली भाजपा … हम पुलिस कर्मियों और उनके परिजनों से उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से यही अनुरोध करते है की अपने 4600 ग्रेड पर शुरुआत से ही दबाव बना कर मुहर लगवा लीजिएगा, हमारी जरूरत जहाँ भी होगी हम बिना कहे साथ थे, साथ हैं , साथ रहेंगे। हम पर विश्वास जताने के लिए हम हमेशा आपके आभारी हैं”
तो पढ़ा आपने? इस प्रदेश में आप पत्रकारिता कीजिए या नेता बन कर विपक्ष का काम कीजिए आपको सत्ताधारियों की प्रताड़ना सहनी ही होगी और कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने ही होंगे।।