
मनमोहन भट्ट, ब्रहमखाल/उत्तरकाशी।
एक तरफ तो प्रशासन अतिक्रमण को हटाकर सड़कों और चौराहों को दुर्घटनाओं से भयमुक्त कराने में जुटा है तो वहीं दूसरी ओर बीच सड़क पर लोग अपने वाहनों को खड़े कर सड़क बाधित कर रहे हैं जिससे दुर्घटना होने भय बना हुआ रहता है। सड़क और बाजार में सड़कों पर लगे वाहनों का न तो कभी कोई चालान काटता है और ना ही उन्हें उन्हें पुलिस प्रशासन का कोई भय है। मामला यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्रह्मखाल बाजार का है। यहां कहने को तो राजमार्ग डबल लेन का बन गया है मगर हकीकत यह है कि बाजार व उसके आसपास सिंगल लेन की सड़क भी वाहनों को चलाने के लिए नहीं है।

वाहन स्वामी तो अपनी गाडियां बीच सड़क पर पार्क करते ही हैं मगर दुपहिया वर्कशॉप वाले दुकानदार भी बीच सड़क पर वाहनों का निर्भीक होकर मरम्मत करने का काम करते हैं और रिपेयर के लिए आये वाहनों का सड़क पर ही जमघट लगा देते इससे कई बार तो तेजी से गुजर रहे वाहनों के साथ टक्कर होने से लोग बाल बाल बच निकले। इस संदर्भ में आज जब बाजार से अतिक्रमण हटाने आये लोनिवि के अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा का कार्य पुलिस प्रशासन देखता है और पुलिस प्रशासन को इनका चालान काटकर सड़क को यातायात के लिए खाली रखना चाहिए। ब्रह्मखाल बाजार में माड्यसारी रास्ते के पास, इंटर कालेज के दोनों रास्तों के दोनों तरफ और बाजार में अधिकतर समय जाम व अनहोनी का खतरा बना रहता है। दूसरी तरफ आज ब्रह्मखाल बाजार में एन एच की टीम ने अतिक्रमण हटाने के काम में तेजी लाई।

हालांकि ब्यापारियों और भवन स्वामियों ने अल्टीमेटम के आधार पर पहले ही रेडक्रास निशान तक का अतिक्रमण हटा दिया है और कुछ लोगों ने अपने चिन्हित अतिक्रमण को स्वयं हटाने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा तथा कुछ लोगों के द्वारा चिन्हित अतिक्रमण की जांच कर पुनः रेडमार्क करने की मांग की गई।


टीम में तहसीलदार डुण्डा चन्द्रमोहन नगवाण, राजस्व उपनिरीक्षक अरविंद पंवार, अनिल असवाल, सहित एनएच के अधिकारी अरविंद प्रताप, चिरंजी लाल एवं पुलिस फोर्स के साथ सुरेश पंवार सम्मिलित थे।