
मनमोहन भट्ट, ब्रहमखाल/उत्तरकाशी।
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल के टूटने की सूचना प्राप्त हुई थी। देर रात टनल टूटने से दर्जनों मजदूर टनल के अंदर फंसे होने की आशंका जताई गई। घटना के सूचना मिलते ही जिला मुख्यालय से राहत और बचाव दलों को दुर्घटना स्थल के लिए भेज दिया गया था।
मौके पर राहत- बचाव कार्य जारी है। प्राप्त सूचना के अनुसार लगभग 15 मीटर भाग से मलवा हटाया गया है। प्राथमिक सहायता के रूप में शॉटक्रेटिंग प्रगति पर है। शॉटक्रेटिंग के पूरा होने के बाद, 150 मिमी/200 मिमी पाइप डालने के लिए ड्रिलिंग शुरू हो जाएगी।
सिलक्यारा कंट्रोल रूम द्वारा बताया गया वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे लोगों से संपर्क हुआ सभी की कुशलता बताई गई, फंसे हुए लोगों द्वारा खाने की मांग की गई, जिन्हें पाइप के थ्रू खाना भिजवाया जा रहा है। विक्टिम्स तक की दूरी 60 mtr (लगभग) है।
सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए मलवा हटाने का कार्य निरंतर जारी है, मलवा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है। टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क होने की सूचना है। फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं। टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है । इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चना-चबैना के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे मजदूरों तक भेजे गए हैं।
टनल के अंदर यह पाइपलाइन राहत और बचाव अभियान में काफी मददगार साबित हो रही है। इसी पाइपलाइन के जरिए मजदूरों से कम्युनिकेशन स्थापित करने का काम भी लिया जा रहा है। पहले टनल में फंसे मजदूर तक संदेश भेजने के लिए कागज पर लिखे संदेश की पर्ची पाइप लाइन के जरिए भेजी गई थी और अब ठीक हादसे वाले स्थल के पास से इस पाइपलाइन को खोलकर मजदूर तक संदेशों का आदान-प्रदान किया गया है।
सीओ प्रशांत कुमार