
राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद संयुक्त आंदोलनकारी मंच से जुड़े साथियों ने आज देहरादून स्थित शहीद स्मारक में प्रेस वार्ता का आयोजन किया। वार्ता से पूर्व सभी ने उत्तराखंड संयुक्त संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष रणजीत सिंह वर्मा को उनकी पुण्यतिथि पर नमन करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। रणजीत सिंह वर्मा को याद करते हुए मंच के सह संयोजक अम्बुज शर्मा ने कहा कि मैंने महात्मा गांधी को तो नहीं देखा, लेकिन उनसे मिलती शख्सियत की छत्रछाया में कुछ सीखने का मौका जरूर मिला।
इसके बाद प्रेस वार्ता में अपनी बात प्रारंभ करते हुए मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती ने उन सभी साथियों को बढ़ाई देते हुऐ कहा कि आप लोगों की दृढ़ इच्छाशक्ति से हम लोग 90 का अनशन कर सके। इसके बाद उन्होंने विधेयक पारित करने हेतु हम माननीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। विशेष तौर पर उप समिति अध्यक्ष सुबोध उनियाल व सदस्य सौरभ बहुगुणा तथा डोईवाला से विधायक बृज भूषण गैरोला के प्रति हम आभारी हैं। राज्य सरकार के इस कदम का स्वागत करते कहा कि मगर सरकार की असल परीक्षा इस विधेयक को राजभवन की मंजूरी दिलवाना और भर्ती कैलेंडर जारी होने से पूर्व इस कानून को अमली जामा पहनाना होगी।हम उम्मीद करते हैं कि सरकार स्थिति की गम्भीरता को समझते हुए शीघ्रता से इस ओर बढ़ेगी।

आज की वार्ता में प्रमुख रुप से आंदोलनकारी संयुक्त मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती, सह संयोजक अंबुज शर्मा, रेनू नेगी सुनीता ठाकुर, मोहन सिंह रावत, विनोद असवाल, रामकिशन सरोजिनी थपलियाल, प्रभात जगदीश चंद्र पंत, वीरेंद्र रावत, मनोज कुमार, गणेश शाह, सूर्यकांत बमराडा, पुष्पराज बहुगुणा, विशंभर दत्त बोठियाल, अरुणा थपलियाल, मधु थपलियाल दुर्गा, बहादुर छेत्री, सुधीर नारायण शर्मा, सुदेश सिंह आदि मौजूद थे।