
रिपोर्टर- सुनील सोनकर
मसूरी में मसूरी एमपीजी कॉलेज में अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन समाज द्वारा कॉलेज में नवनियुक्त शिक्षकों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसका मसूरी एमपीजी कॉलेज छात्र संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मसूरी छात्र संगठन और जौनपुर ग्रुप में जोरदार विरोध किया इस मौके पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया। वहीं प्राचार्य अनिल चौहान का घेराव कर उनपर कालेज में राजनीति का आखाडा बनाने का आरोप लगाया।

छात्र नेताओं ने कहा कि कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए कॉलेज को राजनीति का अखाड़ा बना रहे हैं जो किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हाल में कालेज में षिक्षकों की नियुक्ति हुई है जिनका काम छात्रों को पढ़ाई करना है ऐसे में कुछ राजनीति से प्रेरित लोग इसका फायदा उठाने के लिए नवनियुक्त शिक्षकों का सम्मान कॉलेज परिसर में करने की कोशिश कर रहे थे जिसका व पुरज़ोर तरीके से विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा कि अगर इस तरीके के कार्यक्रम भविश्य में कालेज परिसर में आयोजित होंगे तो सभी छात्र इसका विरोध कर कॉलेज से अपने एडमिशन को वापस ले लेंगे।
मसूरी में अखिल भारतीय अनुसूचित जाति यूवजन समाज द्वारा स्थापना दिवस के अवसर पर एमपीजी कॉलेज के सभागार में नागरिक अभिनंदन सम्मान समारोह का आयोजन करने जा रही थी जिसको लेकर कालेज परिसर में बड़े-बड़े होर्डिंग और पोस्टर लगाए गए थे । जिसका छात्र नेताओं और संगठनों ने पुरजोर तरीके से विरोध कर जमकर हंगामा किया।
इस मौके पर कालेज के सभागार में कार्यक्रम ना होने को लेकर जमकर बवाल किया। उन्होंने कहा कि कॉलेज शिक्षा का मंदिर है यहां पर किसी प्रकार की राजनीति नहीं होने दी जाएगी कुछ लोग राजनीति से प्रेरित होकर कॉलेज को राजनीति का अखाड़ा बना रहे हैं। मसूरी एमपीजी कॉलेज के छात्र संघ के अध्यक्ष मोहन शाही, महासचिव अनिल खन्ना, छात्र नेता रितेश केन्तुरा ने कहा कि कुछ राजनीति से प्रेरित लोग कॉलेज में शिक्षकों का सम्मान करने जा रहे थे परंतु ना तो इसकी सूचना किसी भी छात्र संघ के पदाधिकारी और ना ही किसी छात्र संगठन को ।
वही शिक्षकों का सम्मान करने के कार्यक्रम को लेकर प्राचार्य अनिल चौहान द्वारा इसका विधिवत रूप से इसको लेकर छात्र संघ और छात्र संगठनों से विचार विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि कॉलेज में किसी प्रकार का राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं होना चाहिए इससे छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ता है उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक फायदा उठाने के लिए कॉलेज में नवनियुक्त शिक्षकों के सम्मान के बहान राजनैतिक फायदा उठाना चाह रहे हैं जो नहीं होने दिया जाए।
उन्होंने कहा कि अगर कॉलेज परिसर में इस तरीके के कार्यक्रम किए गए तो इसका पुरजोर तरीके से विरोध किया जाएगा उन्होंने कहा कि प्राचार्य अनिल चौहान द्वारा कॉलेज का माहौल को खराब कर रहे हैं उनके द्वारा शिक्षा के मंदिर को राजनीति का अखाड़ा बनाया जा रहा है और अगर इस प्रकार के कार्य चलते रहे तो सभी छात्र कॉलेज से अपने एडमिशन को वापस लेकर कॉलेज में तालाबंदी करेंगें।
छात्रसंघ एवं छात्र संगठनों के नेताओं ने कहा कि ये छात्र एकता की बहुत बडी जीत है और उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो लोग महाविद्यालय को राजनीति का अखाड़ा बनाना चाहते हैं और यदि आगे भी ऐसा कुछ कार्यक्रम होता है तो छात्रसंघ उसका पूरा जोरदार विरोध करेंगे। अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन समाज के प्रदेश अध्यक्ष विकास चौहान ने कहा कि संगठन द्वारा कॉलेज में मसूरी एमपीजी कॉलेज में नवनियुक्त शिक्षकों का सम्मान करने को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया था परंतु कालेज के छात्र संघ और छात्र संगठनों के विरोध के बाद कार्यक्रम को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और कुछ छात्र नेता अनुसूचित जाति विरोधी है जिनके द्वारा शिक्षकों के सम्मान को लेकर विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका संगठन गैर राजनीतिक संगठन है और एससी-एसटी के लोगों की आवाज उठाने और उनके सम्मान के लिए बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि 25 साल बाद मसूरी एमपीजी कॉलेज में 10 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी जिसमें एससी एसटी के शिक्षक ज्यादा हैं और उनके सम्मान के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था परंतु अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और कुछ छात्र नेताओं द्वारा जातिगत भावना रखते हुए एससी-एसटी शिक्षकों का सम्मान नहीं होने दिया गया। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा अनुसूचित जाति के लोगों का विरोध कर और उनका सम्मान नहीं होने दे रहे है जो दुर्भाग्यपूर्ण है ।