
देहरादून, दीप मैठाणी ✍️NIU कल सोमवार को छठ महापर्व का आखिरी दिन था। सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पर्व संपन्न हुआ। 4 दिन के इस पर्व की विशेष धूम बिहार और पूर्वांचल में देखने को मिलती है। वहीं देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बसे बिहार के लोगों ने भी छठ पर्व मनाया। उत्तराखंड में पहाड़ों की रानी मसूरी में भी नहाया खाय से शुरू हुए। आस्था के महापर्व छठ पूजा का सोमवार को चौथे दिन उगते हुए सूर्य देवता को अर्घ्य देने के साथ ही समापन हो गया।

खास बात यह रही की छठ पर्व मसूरी में पहली बार सामूहिक रूप से मनाया गया, मसूरी में पहली बार छठ पर्व और पूजा का कार्यक्रम, छठ समापन पर रखा गया जिसमें सभी लोगों ने शिरकत की, ये आयोजन मसूरी के इतिहास में पहली बार हुआ और मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा इसका आयोजन करवाया गया। मसूरी ट्रेडर्स एंड वैल्फैर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि सूर्य भगवान और छठ मैया की कृपया हम सब पर सदैव बनी रहे और छठ पूजा का आयोजन अगले वर्ष से भव्य रूप में मसूरी के समस्त नागरिकों के साथ मनाया जायेगा।

रजत अग्रवाल ने कहा कि समस्त तीज त्योहार हम सब मिल कर मनाते रहेंगे और आपसी प्यार, भाई चारे, और सद्भावना को आगे बढ़ाते रहेंगे। साथ ही कहा कि भले ही दुनिया कहती है कि जो उदय हुआ है, उसका डूबना तय है, लेकिन लोक आस्था के छठपर्व में पहले डूबते और बाद में दूसरे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने का यही संदेश है कि जो डूबा है, उसका उदय होना भी निश्चित है, इसलिए विपरीत परिस्थितियों से घबराने के बजाय धैर्यपूर्वक अपना कर्म करते हुए अपने अच्छे दिनों के आने का इंतजार करें, निश्चित ही भगवान भास्कर की कृपा से सुख-समृद्धि और सौभाग्य का वरदान मिलेगा।

इस अवसर पर मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन से जगजीत कुकरेजा, नागेंद्र उनियाल, अतुल अग्रवाल, सलीम अहमद, अनंत प्रकाश, राजेश कुमार, राजकुमार, अनिल गुप्ता, श्रीमती निमिष डंगवाल, मनोज अग्रवाल, के साथ साथ बिहार सभा के राजकुमार, प्रमोद, शंभू शर्मा, राज किशोर, शंकर, लालन व मसूरी के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे|