
रिपोर्टर- सुनील सोनकर
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में श्री राधा कृष्ण मंदिर सभागार में हरितालिका तीज उत्सव पारंपरिक रीति रिवाज के साथ धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर नेपाली और गोर्खाली समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया। हरितालिका तीज उत्सव में महिलाएं पूरे श्रृंगार के साथ आयी और पारंपरिक रीति के साथ तीज का उत्सव मनाया। इस मौके पर महिलाओं ने नेपाली गानों पर जमकर नृत्य किया और एक दूसरे को हरितालिका तीज की शुभकामनाएं दी।

मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल और महामंत्री जगजीत कुकरेजा ने कहा कि यह उत्सव हर वर्ष मनाया जाता है जिसे आपसी मेल मिलाप और भाईचारे का संदेश देने का काम किया जाता है। उन्होंने कहा कि मसूरी में सभी धर्मों के पूर्व को सभी समुदाय के लोग एक दूसरे के साथ मिलकर हर्षोल्लास से मनाते हैं व भाईचारे का संदेश देते है। उन्होंने कहा कि तीज का उत्सव पूरे भारत में मनाया जाता है।

नेपाली समुदाय की कांती थापा ने कहा कि तीज के दिन व्रत रखा जाता है, जिसकी प्रतीक्षा रहती है, नेपाल में तीन चार दिन पहले से ही यह मनाना शुरू हो जाता है यह पति की दीर्घायु और परिवार की संपन्नता के लिए मनाया जाता है।

उन्होंने बताया कि तीज पर्व पर माता का श्रृंगार किया जाता है, महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, हाथों पर मेहंदी रचाती हैं और रात में माता गौरी की पूजा करती हैं, महिलाएं नाच गाना करती है। महिलाएं अपने सुहाग को अखंड बनाए रखने के लिए तीज का व्रत करती हैं, वहीं अविवाहित युवतियां मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए इस दिन उपवास करती हैं।

यह नेपाल में शिव की सबसे बड़ा पूजा होती है जिसमें महिलाएं व्रत रखती हैं और पति के हाथ से पानी पीकर व्रत तोड़ा जाता है वहीं महिलाएं पूरा श्रृगार करती हैं।