
मनमोहन भट्ट, ब्रहमखाल/उत्तरकाशी।
खबर उत्तरकाशी से है जहां पर ब्रहमखाल बाजार में देवभूमि ढोल सागर कलामंच भण्डारस्यूं, दशगी व गमरी तथा बिष्ट पट्टी के सभी बाजगी समुदाय ने रैली निकालकर अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गेंवला के प्रांगण में एक गोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष उत्तरकाशी दीपक बिजल्वाण के प्रतिनिधि सत्येन्द्र सिंह कुमांई ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सत्येन्द्र सिंह कुमांई व व्यापार मंडल अध्यक्ष ब्रहमखाल राजेश चंद रमोला ने शहीद स्मारक पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

गोष्ठी में बाजगी समुदाय ने पेंशन राशि पर चर्चा की और जिला पंचायत अध्यक्ष के माध्यम से मुख्यमंत्री को अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन दिया, जिसमें बाजगी समुदाय ने सरकार से मांग की है कि उत्तरकाशी जनपद के सभी अनुसूचित जाति के बाजगियों को कला एवं संस्कृति विभाग से मासिक पेंशन दी जाये। उत्तराखंड राज्य की मांग में आन्दोलनकारियों के साथ बाजगी समुदाय ने भी अपना योगदान दिया है और उत्तराखंड की संस्कृति को आज भी संजोए रखा है।
वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष उत्तरकाशी के प्रतिनिधि सत्येन्द्र सिंह कुमांई ने कहा कि बाजगी समुदाय का हर कार्य में अहम भूमिका होती है। बाजगी समुदाय ने विलुप्त होती संस्कृति को वचाने का काम किया है और इन्हीं लोगों की बदौलत आज भी हमारे उत्तराखंड में ढोल, नगाड़ा व रंणसिंगा तथा मसक बाजा जैसे बाध्य यंत्रों की ध्वनियां सुनाईं देती है जो हमारे लिए गौरव की बात है। सरकार को बाजगी समुदाय की मांग परअमल करना चाहिए क्योंकि जब उत्तराखंड राज्य आन्दोलन हुआ था तो उस समय भी बाजगी समुदाय, ढोल दमाऊं व रंणसिगा के साथ सबसे आगे था और आज राज्य आन्दोलन कारियों को पेंशन दी जा रही है और बाजगी समुदाय पेंशन से बंचित है।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सत्येन्द्र सिंह कुमांई, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेश चंद रमोला, सुरेश घलवान पूर्व जिला पंचायत सदस्य, ममलेश एडवोकेट जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, भाग्यान दास अध्यक्ष बाजगी समुदाय,बचन लाल, भाग्यान दास, जलमदास, पुलमदास इत्यादि लोग मौजूद रहे।