रिपोर्टर- सुनील सोनकर
नगर पालिका सभागार में एसडीएम राहुल आनंद की अध्यक्षता में टाउन वेंडिंग कमेटी (टीवीसी) की तीसरी बैठक हुई। बैठक में शहर को सुव्यवस्थित करने, माल रोड को पूरी तरह वेंडर-फ्री रखने और पात्र पटरी व्यापारियों के लिए नए वेंडिंग जोन तय करने पर विस्तृत चर्चा हुई।
एसडीएम ने स्पष्ट कहा कि शासन स्तर से वेंडर-फ्री घोषित माल रोड पर “किसी भी कीमत पर पटरी नहीं लगाने दी जाएगी।” अब तक 103 पात्र पटरी व्यापारी चिन्हित किए जा चुके हैं।
सर्वे रिपोर्ट पेश, 227 वेंडर मिले
नगर प्रशासन, पुलिस, नगर पालिका और व्यापारी प्रतिनिधियों की संयुक्त टीम द्वारा किए गए सर्वे में माल रोड पर 227 वेंडर मिले। इनमें 35 परिवार ऐसे थे जहाँ एक से अधिक सदस्य वेंडिंग कर रहे थे, 91 पूरी तरह पटरी व्यापार पर निर्भर, 7 राज्य आंदोलनकारी और 5 विधवा वेंडर पाए गए।
5 नए वेंडिंग जोन चिन्हित
लंढौर मार्ग, कंपनी गार्डन, पिक्चर पैलेस-अप्पर माल रोड, मसूरी झील सहित कुल पाँच स्थानों को नए वेंडिंग जोन के रूप में उपयुक्त माना गया। इन स्थलों पर पर्यटक आवाजाही, ट्रैफिक दबाव, साफ-सफाई और सुरक्षा मानकों का मूल्यांकन किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि “एक बार जो जगह दी जाएगी, वह स्थायी होगी।”
9 दिसंबर को अगली बैठक, विस्थापन की प्रक्रिया शुरू
एसडीएम ने बताया कि सर्वे सूची जारी कर दी गई है और एक सप्ताह के भीतर आपत्तियाँ मांगी गई हैं। 9 दिसंबर की अगली बैठक के बाद विस्थापन प्रक्रिया शुरू होगी।
पटरी व्यापारियों का विरोध—“जहां ग्राहक न हों, वहां व्यापार कैसे चले?”
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि उन्हें ऐसे स्थानों पर भेजा जा रहा है जहाँ पर्यटक कम आते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि रोज़गार प्रभावित हुआ तो वे विरोध करेंगे। मांग की गई कि विस्थापन केवल उन्हीं स्थानों पर किया जाए जहाँ नियमित पर्यटक आवाजाही रहती है।

