रिपोर्टर- सुनील सोनकर
मसूरी। मसूरी में नगर पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी की अध्यक्षता में पालिका सभागार में एक अहम बैठक आयोजित हुई, जिसमें लोक निर्माण विभाग, जल निगम और गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारियों को मसूरी की अव्यवस्थाओं पर जवाबदेह ठहराया गया। सड़क किनारे अतिक्रमण, फंड की कमी का बहाना और सीवर-पेयजल लाइनों की अव्यवस्थित बिछावट जैसे मुद्दों पर पालिका अध्यक्ष और सभासदों ने नाराजगी जताई।
सभासदों ने बताया कि नालों में मलबा जमा होने से बरसात में पानी सड़कों और घरों में घुस रहा है। उन्होने कहा कि जल निगम और गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारियों द्वारा प्राकृतिक नाले और पालिका क्षरा निर्मित नालो में पानी और सीवरेज की लाइन डाल दी गई है जिससे नाले मलबे और कूड़े से पटे हुए है और पालिका कर्मचारियों को नालों की सफाई करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
मीरा सकलानी ने कहा कि अप्रैल में दिए निर्देशों के बावजूद अधिकारियों ने सुधार के प्रयास नहीं किए। उन्होंने जलभराव से निपटने, नालों की सफाई और मॉल रोड की व्यवस्था सुधारने के निर्देश फिर से दिए हैं। उन्होने कहा कि अगर किसी विभाग के अधिकारी ने मसूरी से संबंधित कार्यो में लापरवाही की तो उसकी शिकायत शासन स्तर पर कर कडी कार्यवाही की मांग जायेगी।
सभासद जसबीर कौर ने एमडीडीए पर भ्रष्टाचार और नोटिफाइड एरिया में अवैध निर्माण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एमडीडीए विभाग ने मसूरी के विकास को लेकर कुछ नही किया मात्र अवैध निर्माण को संरक्षण देने का काम किया।