चार जन औषधि केंद्रों और एक अन्य मेडिकल स्टोर पर दवा की खरीद-बिक्री पर रोक
देहरादून। प्रदेश में नकली और घटिया गुणवत्ता वाली दवाओं के खिलाफ सरकार ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की क्विक रिस्पांस टीमों ने ऋषिकेश और हरिद्वार में नौ औषधि विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर औचक छापेमारी कर गंभीर अनियमितताएं पकड़ीं। कार्रवाई के तहत चार जन औषधि केंद्रों और एक अन्य मेडिकल स्टोर पर दवा की खरीद-बिक्री पर रोक लगाते हुए उनके लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की गई, जबकि दो अन्य प्रतिष्ठानों को अस्थायी रूप से बंद करा दिया गया।
एफडीए आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देश पर गठित क्विक रिस्पांस टीमें लगातार प्रदेशभर में नकली और सब-स्टैंडर्ड दवाओं की रोकथाम के लिए अभियान चला रही हैं। हालिया निरीक्षण में ज्वालापुर और कनखल स्थित जन औषधि केंद्रों के अलावा ऋषिकेश क्षेत्रांतर्गत नेपाली फार्म व आसपास के मेडिकल स्टोर्स में भी गंभीर गड़बड़ियां पाई गईं। जिन फर्मों पर कार्रवाई हुई, वहां पाई गई कमियों पर स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है।
इस अभियान में सहायक औषधि नियंत्रक डॉ. सुधीर कुमार, वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती, औषधि निरीक्षक मानेंद्र सिंह राणा, विनोद जगुड़ी, हरीश सिंह, निधि रतूड़ी काला और मेघा शामिल रहे।