धनौल्टी विधानसभा की ग्राम पंचायत गैड के ग्रामीणों ने मांग की है कि चामासारी के मझौली खाले नामें तोक टाटी होते हुए अगलाड़ नदी व् वहां से सीधे मवाणा गावं लेदूर तक मोटर मार्ग होना चाहिए।
ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग के खुलने से मसूरी का पर्यटक अगला नदी खरादी झरने का भरपूर आनंद ले सकता है। गैड गांव के ठीक नीचे अगलाड़ नदी के समीप एक बहुत बड़ा प्राकृतिक झरना है जो पर्यटकों को बहुत पसंद आएगा। उक्त स्थल को विकसित करने के लिए वहां तक सड़क का निर्माण होना बहुत आवश्यक है। इस सड़क मार्ग के खुलने से क्षेत्र के ग्रामीणों को मसूरी जाने के लिए भी बहुत नजदीक है। मसूरी का टूरिस्ट अगलाड़ नदी वहां से गैड गांव होते हुए सीधे ख्यार्षी, कयारी, सुरकंडा मंदिर तथा और आगे नाग टिब्बा होते हुए सीधे पंतवाड़ी जाने हेतु अच्छा टूरिस्ट मार्ग बन सकता है।
इस रूट से टूरिस्ट पर्यटक के आने से क्षेत्र के विभिन्न गांव को रोजगार मिलने की अपार संभावनाएं हैं।
सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों के द्वारा एक सामूहिक बैठक आयोजित की गई। बैठक में ग्रामीणों के द्वारा कहा गया कि उक्त मार्ग के खुलने से टाटी बैराना अगलाड़ नदी की बंजर जमीन में बागवानी फसलों की अपार संभावना है। स्वरोजगार को मद्देनजर रखते हुए पलायन पर अंकुश लगेगा। ग्रामीणों के द्वारा सामूहिक प्रस्ताव में सड़क की मांग करते हुए मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को ईमेल के माध्यम से अवगत करवाया गया। बैठक में प्रताप सिंह पंवार अध्यक्ष जिला किसान मोर्चा ने कहा कि आज धीरे-धीरे लोग अपनी जमीन को बंजर छोड़ रहे हैं, नई टेक्नोलॉजी से अगर ग्रामीण किसान बागवानी पर काम करेंगे तो रोजगार की अपार संभावनाएं होंगी। इस मार्ग के खुलने से बंजर कृषि भूमि भी आबाद हो सकेगी। ग्राम प्रधान सुनीता देवी क्षेत्र पंचायत सदस्य नरेंद्र पवार ने भी सड़क खुलवाने का पूर्ण समर्थन किया है।
बैठक मे सड़क की मांग के समर्थन में शिक्षक सूर्य सिंह पंवार , पूर्व प्रधान जगमोहन सिंह, कन्हैया सिंह पंवार, श्रीमती रोशना देवी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सोवन सिंह पंवार , श्रीमती गुड्डी देवी , बलदेव सिंह पंवार, महेंद्र सिंह पंवार, खजान सिंह, सुरजन सिंह, गजे सिंह, टीकम सिंह, विजय सिंह, गुरदयाल सिंह, संतराम सिंह सीताराम सिंह दिनेश सिंह ,बलबीर सिंह, सुल्तान सिंह, पूर्ण सिंह राजेंद्र सिंह व् समस्त ग्रामीण उपस्थित रहे।।
जौनपुर: गैड गांव के ग्रामीणों ने की अगलाड़ नदी से होते हुए मवाणा गांव तक सड़क निर्माण की मांग ।
