
देहरादून NIU उत्तराखंड उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश खंडपीठ द्वारा पारित आदेश के अनुसार अब प्रोफेसर कुणाल आईआईएम काशीपुर में आईआईएम काशीपुर के मीडिया एवं जनसंपर्क प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बने रहेंगे। आईआईएम काशीपुर के प्रभारी निदेशक द्वारा प्रोफेसर कुणाल को आईआईएम काशीपुर में मीडिया एवं जनसंपर्क के अध्यक्ष पद से मुक्त कर दिया गया क्योंकि अध्यक्ष रहते हुए प्रोफेसर कुणाल ने हिंदुस्तान टाइम्स को पेड न्यूज के प्रकाशन में छात्र कल्याण निधि के 12.5 लाख रुपये की बर्बादी का विरोध किया था, ताकि उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश खंडपीठ के आदेश की जानबूझकर अवज्ञा करने वाले अंतरिम अध्यक्ष संदीप सिंह की ओर से जारी अवमानना नोटिस में स्पष्टीकरण दिया जा सके। इस पर संदीप सिंह अंतरिम अध्यक्ष नाराज हो गए क्योंकि उन्हें उत्तराखंड उच्च न्यायालय की अवमानना नोटिस का सामना करना पड़ रहा है आज तक वह 2019 से 2024 तक 20 एक्सटेंशन पर जारी हैं।

इसलिए आईआईएम काशीपुर के मीडिया और जनसंपर्क सेल के अध्यक्ष प्रोफेसर कुणाल द्वारा संदीप सिंह को अंतरिम अध्यक्ष के पद से हटाने के लिए याचिका दायर की गई है क्योंकि आईआईएम काशीपुर में अंतरिम अध्यक्ष के लिए अधिकतम अवधि 3 महीने से अधिक नहीं हो सकती है और नियमों के अनुसार नियुक्ति होने पर अध्यक्ष की अधिकतम अवधि 4 वर्ष हो सकती है। संदीप सिंह का कार्यकाल 2019 से अंतरिम अध्यक्ष के 3 महीने और अध्यक्ष के 4 साल दोनों को पार कर गया है। 2018 आईआईएम नियम नामक आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित आईआईएम के नियम 3 का खुला उल्लंघन करके। अब 28 नवंबर 2024 को सूचीबद्ध डब्ल्यूपी एसबी 722 ऑफ 2024 में उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ द्वारा कुणाल के पक्ष में स्थगन प्रदान किया गया है अब अगली तारीख 23 दिसंबर 2024 दी गई है और 18 नवंबर 2024 के रिलीविंग ऑर्डर पर कुणाल अध्यक्ष मीडिया और जनसंपर्क सेल आईआईएम काशीपुर के पक्ष में स्थगन प्रदान किया गया है। इसका मतलब है कि कुणाल अध्यक्ष बने रहेंगे और आईआईएम काशीपुर के मीडिया और जनसंपर्क सेल के अध्यक्ष के रूप में काम करना जारी रखेंगे।
